"अवसर की मूर्ति" बहुत समय पहले, लगभग उस समय, जब सिकन्दर महान् सम्पूर्ण दुनिया को जीतने निकला था, लिसिपस नाम का एक बहुत ही प्रख्यात मूर्तिकार हुआ, जिसने “ अवसर ” को एक मूर्ति के रूप में निरूपित किया और उसी मूर्ति की वजह से उसका नाम इतिहास में दर्ज हो गया। लिसिपस ने सम्भवत: उस मूर्ति का नाम “ अवसर की मूर्ति ” (Statue of Opportunity) रखा था। हालांकि उस समय आज जैसी Modern Technologies उपलब्ध नहीं थीं, इसलिए लिसिपस की उस मूर्ति या उसके चित्र को संजोकर, सम्भालकर नहीं रखा जा सका, लेकिन इतिहासकारों का कहना है कि कैलिस्ट्राटस नाम के एक व्यक्ति ने उस “अवसर की मूर्ति” के चित्र को देखा था और उसका वर्णन कुछ इस तरह से किया था- “ अवसर की मूर्ति ” एक अवसर को प्रतिबिम्बित करती है जिसमें एक बहुत ही सुन्दर युवक पर चढती जवानी का वसन्त छाया हुआ है। उसका माथा अन...
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